आपदा प्रभावित विद्यालयों के निर्माण में शीघ्रता, पारदर्शिता और समन्वय सुनिश्चित करने के निर्देश!

देहरादून, 22 अगस्त 2025: प्रदेश में हाल ही में हुई प्राकृतिक आपदा के कारण कई विद्यालयों को नुकसान पहुँचा है। इसे देखते हुए शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने विभागीय अधिकारियों को शीघ्र विस्तृत आगणन तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इसका उद्देश्य है कि क्षतिग्रस्त स्कूलों की मरम्मत और पुनर्निर्माण कार्य तुरंत शुरू हो सके।

डॉ. रावत ने यमुना कॉलोनी स्थित शासकीय आवास पर शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक ली। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से माध्यमिक और प्राथमिक शिक्षा के अंतर्गत क्षतिग्रस्त स्कूल भवनों, दीवारों, छतों, प्रांगण और बाउंड्रीवॉल जैसी परिसंपत्तियों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि मरम्मत और निर्माण कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता पर होना चाहिए। अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि पांच दिन के भीतर विस्तृत आगणन (एस्टिमेट) तैयार कर शिक्षा महानिदेशालय को भेजा जाए, ताकि आपदा मोचन निधि से धनराशि जारी कर कार्य शुरू किया जा सके। मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि आवश्यक हुआ तो और धनराशि स्वीकृत की जाएगी, ताकि किसी प्रकार की वित्तीय कमी कार्य में बाधा न बने।

साथ ही, डॉ. रावत ने प्रदेशभर के विद्यालयों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन (17 सितम्बर) से 2 अक्टूबर तक ‘सेवा पखवाड़ा’ आयोजित करने के निर्देश दिए। सेवा पखवाड़े के दौरान स्कूलों में जनसेवा कार्यक्रम, स्वच्छता अभियान, पर्यावरण संरक्षण गतिविधियाँ, नशामुक्ति जागरूकता रैलियाँ, डिजिटल शिक्षा का प्रचार और विद्यार्थियों के स्वास्थ्य परीक्षण शिविर जैसे कार्यक्रम संचालित किए जाएंगे।

मंत्री ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि सभी गतिविधियाँ समन्वय और सहभागिता की भावना के साथ संचालित हों। इसके साथ ही ब्लॉक और जिला स्तर पर कार्यक्रमों की निगरानी और फॉलोअप सुनिश्चित किया जाए। डॉ. रावत ने कहा कि शिक्षा विभाग का कार्य केवल पढ़ाई-लिखाई तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सामाजिक जागरूकता और नैतिक मूल्यों के संवर्धन में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है।

बैठक में सचिव विद्यालयी शिक्षा रविनाथ रमन, निदेशक माध्यमिक शिक्षा डॉ. मुकुल सती, अपर निदेशक एससीईआरटी पदमेन्द्र सकलानी सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

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