पोस्‍ट ऑफ‍िस की टाइम डिपॉजिट स्‍कीम में एफडी से ज्‍यादा रिटर्न, पांच साल में जमा हो जाएगा मोटा फंड

0
279
human rights news20
human rights news 24

पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट अकाउंट (POTD) इंडिया पोस्ट द्वारा दी जाने वाली सबसे पॉपुलर निवेश योजनाओं में से एक है। जबकि यह योजना सभी व्यक्तियों के लिए खुली है, यह देश के ग्रामीण और दूरदराज इलाकों में सबसे ज्‍यादा लोकप्रि‍य है। इसका कारण भी है, क्‍योंकि वहां पर बैंकिंग सुविधाएं ना के बराबर हैं और इंवेस्‍टमेंट के लिहाज से काफी कम प्रोडक्‍ट्स हैं। आइए आपको भी बताते हैं कि इस योजना के क्‍या बेनिफिट्स और इसमें किस तरह से निवेया किया जा सकता है।

पोस्‍ट ऑफ‍िस की इस योजना में कितना मिलता है ब्‍याज
वित्त मंत्रालय वित्तीय वर्ष की प्रत्येक तिमाही की शुरुआत में इस योजना पर ब्याज दरों की समीक्षा करता है। ब्याज दर गवर्नमेंट सिक्‍योरिटीज पर मिलने वाले रिटर्न के आधार पर तय की जाती हैं।

अकाउंट टेन्‍योर लागू ब्याज दर (फीसदी में)
1 वर्ष 5.5
2 साल 5.5
3 साल 5.5
5 साल 6.7

यदि आप सालाना ब्याज नहीं निकालना चाहते हैं, तो आप पोस्‍ट ऑफ‍िस को इस रकम को अपने पोस्‍ट ऑफ‍िस सेविंग अकाउंट में डालने के लिए कह सकते हैं, जिस पर प्रति वर्ष 4 फीसदी ब्याज मिलता है। वैसे 1 वर्ष के पीओटीडी अकाउंट पर यह नियम लागू नहीं होगा। वैकल्पिक रूप से, आप इस ब्याज को 12 मासिक किश्तों के भुगतान के बदले उसी डाकघर या बैंक में 5 साल के रिकरिंग अकाउंट में निवेश कर सकते हैं। इस केस में डिपॉजिटर्स को देय तिथि से पहले कार्यालय या बैंक को एक नया आवेदन देना होगा, जिस पर भुगतान के लिए ब्याज पड़ता है।

योजना की विशेषताएं

  • पोस्‍ट ऑफ‍िस की टाइम डिपॉजिट स्‍कीम के तहत जमा की अवधि 1, 2, 3 या 5 वर्ष हो सकती है, और एक खाते में केवल एक ही जमा किया जा सकता है।
  • यह पोस्‍ट ऑफ‍िस स्‍कीम अकाउंट होल्‍डर के निवेश पर सुनिश्चित रिटर्न का वादा करती है।
  • इस अकाउंट को एक ब्रांच से दूसरे ब्रांच में ट्रांसफर किया जा सकता है।
  • इस अकाउंट को ज्‍वाइंटली भी ऑपरेट किया जा सकता है।
  • अकाउंट होल्‍डर अपनी योजना के टेन्‍योर या मेच्‍योरिटी पीरियड को बढ़ा सकता है।
  • इस योजना के तहत अकाउंट खोलने की कोई सीमा नहीं है।
  • पोस्‍ट ऑफ‍िस टाइम डिपॉजिट में निवेश करने के लिए आवश्यक न्यूनतम जमा राशि 1000 रुपए है। जमा की जाने वाली राशि केवल 100 के मल्‍टीपल में होनी चाहिए।

क्‍या एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया

  • सभी निवासी भारतीय इस अकाउंट को अकेले या ज्‍वाइंटली खुलवा सकते हैं।
  • 10 वर्ष या उससे अधिक आयु का माइनर भी इस अकाउंट को खोल सकता है और ऑपरेट भी कर सकता है।
  • पेरेंट्स एवं गार्जियन भी अपने बच्‍चों के नाम पर इस अकाउंट को खुलवा सकते हैं।
  • अनिवासी भारतीयों को पोओटीडी अकाउंट ओपन कराने की परमीशन नहीं है।
  • संस्थागत खाताधारक, ट्रस्ट निधियां, रेजिमेंटल फंड, कल्याण कोष जैसी संस्‍थाओं भी पोओटीडी में अकाउंट खुलवाने की अनुमत‍ि नहीं है।

क्‍या मिलते हैं बेनिफ‍िट्स

  • पोओटीडी योजना निवेश पर गारंटीड रिटर्न प्रदान करती है।
  • 5 साल की पोओटीडी आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत टैक्‍स कटौती के लिए योग्‍य है।
  • यहां तक कि 10 वर्ष और उससे अधिक आयु के अवयस्क खुद अपने अकाउंट को ऑपरेट कर सकते हैं।
  • नॉमिनेशन की सुविधा भी उपलब्‍ध है।
  • अकाउंट को एक ब्रांच से दूसरे ब्रांच में ट्रांसफर किया जा सकता है।
  • डिपॉजिट रकम को समय से पहले निकालने की भी सुविधा है।
  • पोस्‍ट ऑफ‍िस की इस योजना को एफडी की तुलना में ज्‍यादा सुरक्षित माना जाता है क्योंकि निवेश की गई मूल राशि और अर्जित ब्याज को सॉवरेन गारंटी द्वारा समर्थित किया जाता है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here