उत्तराखंड में आज ट्रांसपोर्टरों का प्रदेशव्यापी चक्का जाम, कर्मिशल गाड़ियों पर मचा घमासान

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Chakka jam in dehradun uttarakhand: ट्रांसपोर्टरों ने उत्तराखंड में मंगलवार को प्रदेशव्यापी चक्का-जाम का एलान किया हुआ है। चक्का-जाम की वजह से आमजन, पर्वतीय मार्गों के यात्रियों और बाहर से आने वाले पर्यटकों को मुसीबत का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, रोडवेज बसों का संचालन सुचारू रहेगा। ऑटोमेटेड फिटनेस सेंटर की अनिवार्यता और देहरादून, हरिद्वार जिले में दस साल से पुराने विक्रम, ऑटो बंद करने के विरोध में संचालकों ने सार्वजनिक वाहनों की आवाजाही ठप करने का निर्णय लिया है।

विक्रम यूनियन चक्का-जाम से पीछे हटी

वहीं आज होने वाले ट्रांसपोर्टरों के प्रदेशव्यापी चक्का-जाम से विक्रम जनकल्याण समिति पीछे हट गई है। समिति ने आन्दोलन को समर्थन तो दिया, लेकिन वाहनों का चक्का-जाम नहीं करने का निर्णय लिया। विक्रम चालक संचालन कार्य करेंगे जबकि वाहन मालिक विधानसभा कूच में शामिल होंगे। साथ ही उत्तराखंड स्कूल वैन एसोसिएशन ने भी चक्का-जाम से किनारा किया हुआ है। आंदोलन में शामिल ट्रांसपोर्टर आज मंगलवार को चक्का-जाम से साथ विधानसभा कूच कर प्रदर्शन करेंगे। इसमें निजी स्टेज कैरिज बस, सिटी बस, टैक्सी, मैक्सी, आटो, टाटा मैजिक, लोडर और ट्रक यूनियन शामिल हैं।

इन मांगों को लेकर है चक्का-जाम

प्रदेश में सार्वजनिक यात्री और माल वाहनों की फिटनेस की वर्तमान व्यवस्था को बदलकर निजी कंपनी के जरिये आटोमेटेड फिटनेस स्टेशन में कराने का ट्रांसपोर्टर विरोध कर रहे हैं। उनकी मांग है कि जब तक प्रदेश के सभी जिलों में फिटनेस के लिए दो-दो स्टेशन स्थापित नहीं हो जाते, तब तक पुरानी व्यवस्था को बहाल रखा जाए। उन्होंने कहा कि, फिटनेस केंद्र में अभी पर्याप्त व्यवस्थाएं नहीं हैं। वाहन को केंद्र तक ले जाने के लिए तीन से चार हजार रुपये का अतिरिक्त बोझ बढ़ गया है। वाहन संचालक ऑटोमेटिक फिटनेस का विरोध नहीं कर रहे। लेकिन जब तक जिले के बाकी जगहों पर भी फिटनेस केंद्र नहीं खुल जाते तब तक फिटनेस की पुरानी व्यवस्था को बहाल किया जाए। साथ ही ट्रांसपोर्टर डीजल चालित वाहनों पर लगाये जा रहे प्रतिबंध का भी विरोध कर रहे।

पुरानी व्यवस्था में वाहनों की फिटनेस आरटीओ व एआरटीओ कार्यालय में संभागीय परिवहन निरीक्षक की ओर से की जाती थी। पिछले दिनों सरकार ने देहरादून के डोईवाला और ऊधमसिंहनगर के काशीपुर में निजी कंपनी के जरिये पीपीपी मोड में आटोमेटेड फिटनेस स्टेशन शुरू किए और सभी वाहनों को वहां ले जाने के आदेश दिए गए। इनमें से काशीपुर के फिटनेस स्टेशन पर नैनीताल हाईकोर्ट स्टे लगा चुकी है, जबकि डोईवाला का अभी चल रहा। आरोप है परिवहन आयुक्त यहां देहरादून, विकासनगर, हरिद्वार, रुड़की, कोटद्वार समेत गढ़वाल के वाहनों को ले जाने का दबाव बना रहे। इसी के विरोध में ट्रांसपोर्टर आंदोलन कर रहे।

परिवहन आयुक्त ने चक्काजाम होने पर वैकल्पिक व्यवस्था करने को कहा

टैक्सी, मैक्सी और जीप कमांडर यूनियन के चक्का-जाम में शामिल होने से पर्वतीय मार्गों की वाहन सेवा प्रभावित रह सकती है। निजी स्टेज कैरिज बसों, सिटी बसों और ऑटो के न चलने से दैनिक यात्रियों और छात्र-छात्राओं को परेशानी झेलनी पड़ सकती है। वहीं, परिवहन आयुक्त अरविंद सिंह ह्यांकी ने सभी डीएम, एसएसपी, आरटीओ, एआरटीओ को पत्र भेजकर चक्काजाम होने पर वैकल्पिक व्यवस्था करने को कहा है।

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