अंतर्राष्ट्रीय ह्यूमन राइट्स एसोसिएशन ने किया जिला अस्पताल का निरीक्षण
बिलासपुर. अंतर्राष्ट्रीय ह्यूमन राइट्स एसोसिएशन की टीम ने शुक्रवार को जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान टीम के सदस्यों ने सिविल सर्जन व अस्पताल के अन्य डॉक्टरों के साथ बैठक कर वहां की गतिविधियों के बारे में जानाकारी। इसके बाद वह वार्डों, दवा काउंटर, ओपीडी आदि का दौरा करने पहुंचे। निरीक्षण के दौरान टीम के सदस्यों ने जब मरीजों से उपचार व जेनरिक दवाओं के वितरण के बारे में जानकारी ली, तो मरीजों ने टीम से शिकायत में कहा कि उन्हें अस्पताल से कुछ दवाएं तो मिल रही हैं, लेकिन कई दवाओं को उन्हें बाहर से खरीदना पड़ रहा है।
अंतर्राष्ट्रीय ह्यूमन राइट्स एसोसिएशन की टीम में प्रदेश अध्यक्ष अमरनाथ खांडे, प्रदेश अध्यक्ष महिला सेल मीना आडिल, बिलासपुर के अध्यक्ष वरुण चौधरी, उपाध्यक्ष गांधी बंजारे, देवी प्रसाद बंजारे, अमित व सुरेंद्र आदि लोग शामिल रहे। टीम के सदस्यों ने सबसे पहले सिविल सर्जन डॉ. मधुलिका ठाकुर के साथ बैठक की। बैठक में उन्होंने अस्पताल की साफ सफाई, इलाज व अन्य व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी मांगी। इसके बाद वह आरएमओ डॉ. मनोज जायसवाल के साथ अस्पताल निरीक्षण करने पहुंचे। टीम फस्र्ट फ्लोर में स्थित मेल वार्ड में पहुंची और वहां हर एक मरीज से मिलकर उसका हाल जाना और उनसे पूछा कि डॉक्टर कितने बार आते हैं, इलाज कैसा मिल रहा है और अस्पताल से सभी दवाएं मुफ्त में मिल रही हैं कि नहीं। इस पर मरीजों ने टीम को बताया कि इलाज तो सही है, लेकिन उन्हें कई दवाएं बाहर से खरीदकर लानी पड़ रही हैं, साथ ही डॉक्टर दिन के समय तो राउंड पर आते हैं, लेकिन शाम को उनका इलाज सिस्टर के भरोसे रही रहता है।
स्वीपर ने हाथ से निकाला जेलको, बहने लगा खून
ह्यूमन राइट्स की टीम वार्ड का भ्रमण कर रही रही थी कि तभी एक मरीज को लगे आरएल की बॉटल खाली हो जाने पर नर्स द्वारा बाटल को बंद करने की जगह एक महिला स्वीपर ने लापरवाही पूर्वक जेलको से आरएल की नली खींच दी और जेलको को बंद नहीं किया। इससे मरीज का ब्लड जेलको के रास्ते तेजी से बहने लगा और बिस्तर में भर गया। टीम के सदस्यों ने जब स्वीपर को फटकार लगाई तो उसने जेलको का ढक्कन बंद किया और टीम से कहा- यहां तो ऐसा ही होता है। आखिर टीम के सदस्य बिना कुछ बोले वहां से चले गए।
अंतर्राष्ट्रीय ह्यूमन राइट्स एसोसिएशन की टीम अस्पताल भ्रमण पर आई थी। उन्होंने अस्पताल का दौरा किया और मरीजों से भी राय लिया है। टीम के सदस्य समय-समय पर आते रहते हैं। उनके द्वारा जो भी जानकारी मांगी गई मैंने उपलब्ध करा दी है।
डॉ. मधुलिका ठाकुर, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल बिलासपुर